भारत अगले साल नौकरियां देने में दुनिया भर में नंबर वन देश होगा। इस काम में भारत चीन को भी पछाड़ने वाला है। यह कहना है अमेरिकी मैगजीन फोर्ब्स का। इसके मुताबिक 2011 के पहले क्वॉर्टर में भारत में नेट हायरिंग आउटलुक 42 पर्सेंट रहेगा। चीन 40 पर्सेंट के साथ थोड़ा सा पीछे रहेगा। पिछले क्वॉर्टर के मुकाबले वह इस मामले में 2 पर्सेंट पिछड़ेगा। तीसरे नंबर पर रहेगा ताइवान जो 37 पर्सेंट नौकरियों की उम्मीद लेकर आएगा। फोर्ब्स ने स्टाफिंग फर्म मैनपावर के साथ मिलकर यह इम्प्लॉयमेंट आउटलुक सर्वे तैयार किया है।
सर्वे में नेट हायरिंग आउटलुक का मतलब है सर्वे में शामिल हुए वे नौकरीपेशा लोग जिन्हें ये उम्मीद है कि उनके लिए नए साल में नौकरियों के नए आयाम खुलेंगे। इस संख्या में से उन लोगों की संख्या को घटा दिया जाता है , जिन्हें लगता है कि नया साल उनके लिए कुछ नया नहीं लाएगा।
फोर्ब्स का कहना है कि इस सर्वे के नतीजे चौंकाते भले ना हों , लेकिन दुनिया का ध्यान खींचते हैं। मैगजीन के सर्वे के मुताबिक दुनिया भर में जॉब ग्रोथ अविश्वसनीय तरीके से बढ़ रही है। इस सर्वे में दुनिया भर की पब्लिक और प्राइवेट कंपनियों के 64,000 एचआर डायरेक्टर्स और सीनियर हायरिंग मैनेजरों को शामिल किया गया था।
नौकरियों की उम्मीद की लिस्ट में ब्राजील का नंबर 36 पर्सेंट के साथ चौथा है। ये पॉजिटिव आंकड़ा वहां के शानदार जीडीपी में 7 पर्सेंट की ग्रोथ के बाद देखने को मिला है। यह आंकड़ा अमेरिकी जीडीपी ग्रोथ से तीन गुना ज्यादा है। ब्राजील के बाद 27 पर्सेंट के साथ तुर्की का नंबर है। और उसके बाद 26 पर्सेंट वाले सिंगापुर का नाम है।
अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें अमेरिका कहा है ? फोर्ब्स के मुताबिक अमेरिका में नौकरियों की 9 पर्सेंट उम्मीरद है अगले साल।
फोर्ब्स मैगजीन का सर्वे
इंडिया - 42 % नौकरियों की उम्मीद
चीन - 40 % नौकरियों की उम्मीद
ताइवान - 37 % नौकरियों की उम्मीद